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लेखनी प्रतियोगिता .अंखियों से गोली-19-Oct-2023

अंखियों से गोली

स्कूटी का हॉर्न भी बजाती है घर के बाहर
अंखियों से गोली मारती
बालों को नागिन सी लहराती
जुल्फों से दिल पर छुरियां चलाती
कमबख्त दिल पर गोलियां दाग देती
हम भी पहचान जाते उसे दूर से फिजा में खुश्बू से
वह मोहल्ले में *हाईली इमफ्लेमेबल* जानी जाती 
दिल तो जल गया उसकी फ्लेम में
बिना दिल के क्या रक्खा ईस निर्जीव से शरीर में
वो आज हमें सपने दिखा किसी और कि हो गई
निर्जीव शरीर आज मिट्टी हो गया ।।

✍️ विजय पोखरणा "यस"
💐💐🙏 HBU EXTN, 
AJMER (Raj)
9530399703         
Director of Modulus Academy
Committed towards excellent education and Consultant for Higher study in Abroad at renowned foreign universities and colleges 🙏💐💐

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5 Comments

Mohammed urooj khan

21-Oct-2023 11:39 AM

👌🏾👌🏾👌🏾

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Abhilasha Deshpande

20-Oct-2023 11:07 AM

nice

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madhura

20-Oct-2023 11:25 AM

Amazing

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